कर्नाटक के कलबुर्गी से सनसनीखेज मामला 😨
कलबुर्गी (कर्नाटक) में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने रिश्तों और इंसानियत को शर्मसार कर दिया। चंद पैसों के लिए एक बेटे ने अपने ही पिता की हत्या की साजिश रची। यह मामला किसी क्राइम थ्रिलर फिल्म से कम नहीं।
बीमा बना बर्बादी का कारण 🤑
62 वर्षीय कालींगा राया, जो कलबुर्गी के आदर्श नगर में होटल चलाते थे, कर्ज़ में डूबे हुए थे। उनके बेटे सतीश ने कर्ज़ से उबरने और बीमा की रकम पाने के लिए अपने पिता की हत्या की खौफनाक साजिश रची।
कैसे रची गई साजिश? 🕵️♂️
- बीमा पॉलिसी का प्लान:
सतीश ने अपने पिता का ₹30 लाख का बीमा कराया।- ₹5 लाख की रकम उसे पहले ही मिल गई थी।
- ₹25 लाख चार्जशीट फाइल होने के बाद मिलने वाली थी।
- कॉन्ट्रैक्ट किलर्स को हायर करना:
सतीश ने अपने दोस्त अरुण की मदद से दो कॉन्ट्रैक्ट किलर्स, राकेश और युवराज को ₹50,000 में हायर किया। - हत्या का दिन:
- 8 जुलाई 2024 को, बेनूर चौक पर हत्या को अंजाम दिया गया।
- सतीश ने खुद को भी घायल कर लिया ताकि हादसे को असली दिखाया जा सके।
पुलिस जांच से खुली पोल 🔎
पहले यह मामला हिट एंड रन केस के रूप में दर्ज हुआ।
- सतीश का शक़ी बयान: उसने बताया कि वह पिता के साथ कर्ज़ चुकाने के लिए किसी से पैसे लेने जा रहा था, लेकिन ठोस जवाब नहीं दे सका।
- पुलिस का शक गहराया:
- सतीश परिवार समेत गायब हो गया।
- उसने अपने पिता का होटल और घर बेचकर आंध्र प्रदेश में शरण ली।
खुलासा:
पुलिस को पता चला कि सतीश ने यह सब बीमा की रकम पाने के लिए किया।
गिरफ्तारी और साजिश का अंत 🔗
पुलिस ने सतीश, अरुण, और दोनों कॉन्ट्रैक्ट किलर्स को गिरफ्तार कर लिया।
- क्या मिला सतीश को?
सिर्फ बदनामी और जेल की सज़ा। - पुलिस ने बचाई इंसानियत:
पुलिस की तेज़ कार्रवाई ने इस खतरनाक साजिश को बेनकाब कर दिया।
सबक: पैसा रिश्तों से बड़ा नहीं हो सकता 💔
इस घटना ने इंसानियत को झकझोर कर रख दिया है। कलयुग में श्रवण कुमार जैसे बेटे शायद कम हो गए हैं, लेकिन ऐसे बेटे समाज को और कलंकित करते हैं।
आशा करते हैं कि ऐसी घटनाएं फिर न हों। 🙏
👉 क्या आपको लगता है कि ऐसे अपराधों पर सख्त कानून बनने चाहिए? अपनी राय हमें कमेंट्स में बताएं।