ग्वालियर में हुई दिल दहला देने वाली घटना: कबूतरों का नरसंहार
ग्वालियर/मध्य प्रदेश (समयधारा) : “जब जानवर कोई इंसान को मारे… कहते हैं दुनिया में वहशी उसे सारे।” इंसानियत को शर्मसार करने वाली इस घटना ने एक बार फिर से यह सवाल उठाया है कि जब इंसान खुद बेजुबान जानवरों की जान लेता है, तो क्या हम सच में इंसान हैं? 😔
आज एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसमें एक पड़ोसी ने अपनी नफरत में 28 पालतू कबूतरों की निर्दयता से हत्या कर दी। यह मामला ग्वालियर जिले के सिंधिया नगर के ब्लॉक नंबर 8-सी से जुड़ा हुआ है, जहां एक शख्स ने छत के रास्ते पड़ोसन के घर में घुसकर कबूतरों की गर्दन मरोड़कर उनकी हत्या कर दी। 🕊️
महिला की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी की तलाश शुरू की
यह घटना महिला काजल रॉय के घर में हुई, जो कबूतरों के प्रति गहरी स्नेहभावना रखती हैं। उनके घर में 50 से ज्यादा कबूतर रहते थे। महिला ने बताया कि बुधवार रात जब वह सो रही थीं, तभी कबूतरों के चीखने की आवाज सुनकर वह कमरे की ओर दौड़ीं और देखा कि उनके 28 कबूतर मृत पड़े हुए थे।
महिला के मुताबिक, जब वह चीखों की आवाज सुनकर कमरे में गई, तो देखा कि पड़ोसी मोहित खान और एक अन्य व्यक्ति छत के रास्ते भागते हुए दिखाई दिए। महिला ने तुरंत पुलिस को सूचना दी, और पुलिस ने वन विभाग को मामले की सूचना दी।
कबूतरों का नरसंहार: एक पशु प्रेमी का दुख
काजल रॉय का कहना है कि वह कबूतरों के साथ बहुत प्यार करती हैं और उनके घर में इन बेजुबान पक्षियों का पूरा बसेरा था। उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि उनके अपने पड़ोसी ही उनके पालतू कबूतरों को इस तरह से नुकसान पहुंचाएंगे।
पशु चिकित्सकों ने परीक्षण के बाद कबूतरों को मृत घोषित कर दिया। इस घिनौनी घटना ने सभी को स्तब्ध कर दिया है। पुलिस अब आरोपी की तलाश में जुटी हुई है।
यह घटना क्यों हुई?
यह सवाल आज हर किसी के मन में है। क्या यह घटना सिर्फ एक बेजुबान पक्षी के खिलाफ थी, या इसके पीछे कुछ और कारण थे? क्या यह हमारे समाज में बढ़ती हिंसा और असंवेदनशीलता का प्रतीक है?
यह घटना न केवल एक निर्दोष जीव की हत्या है, बल्कि यह हमारी इंसानियत पर भी सवाल उठाती है। इस तरह की घटनाओं से हमें यह समझने की जरूरत है कि हमें हर जीव के प्रति संवेदनशील और दयालु होना चाहिए। 🙏