दुनिया अभी कोरोना वायरस के दर्द से पूरी तरह उबर भी नहीं पाई थी कि एक और वायरस, ह्यूमन मेटाप्नेयूमोवायरस (HMPV) ने दस्तक दे दी है। चीन के बाद भारत में भी इस वायरस के मामले सामने आए हैं। आइए जानते हैं इस वायरस से जुड़ी हर जरूरी जानकारी, लक्षण, और बचाव के उपाय।
HMPV क्या है? 🧬
ह्यूमन मेटाप्नेयूमोवायरस (HMPV) पहली बार 2001 में खोजा गया था। यह वायरस रेस्पिरेटरी संकाइटियल वायरस (RSV) से संबंधित है और मुख्य रूप से श्वसन तंत्र को प्रभावित करता है।
यह कैसे फैलता है?
- खांसने और छींकने से। 🤧
- संक्रमित व्यक्ति को छूने या हाथ मिलाने से। 🤝
- वायरस से दूषित सतहों को छूने से। 🪑
HMPV के लक्षण 🩺
इस वायरस के लक्षण कोरोना से मिलते-जुलते हो सकते हैं:
- खांसी और बुखार। 🤒
- नाक बंद होना। 🤧
- सांस लेने में तकलीफ। 😮💨
- गंभीर मामलों में ब्रोंकियोलाइटिस और अस्थमा को बढ़ा सकता है।
किन्हें सबसे ज्यादा खतरा? 🚨
- छोटे बच्चे (विशेषकर 5 साल से कम उम्र के)। 👶
- बुजुर्ग। 👵
- कमजोर इम्यूनिटी वाले लोग। 🛡️
- क्रोनिक आब्सट्रक्टिव लंग डिजीज (COPD) के मरीज।
HMPV से बचाव के उपाय 🛡️
- मास्क पहनें और संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाए रखें। 😷
- बार-बार हाथ धोएं। 🧼
- इम्यूनिटी बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थ खाएं। 🍎
- भीड़भाड़ वाली जगहों से बचें। 🚶♂️
नोट: फिलहाल HMPV के लिए कोई वैक्सीन उपलब्ध नहीं है। एंटीवायरल दवाओं का अंधाधुंध उपयोग न करें।
भारत में HMPV की स्थिति 🇮🇳
- कर्नाटक में 8 महीने और 3 महीने के दो बच्चों में HMPV के मामले सामने आए।
- गुजरात में भी एक मामला दर्ज किया गया।
- सरकार ने ILI और SARI बीमारियों की निगरानी तेज कर दी है।
क्या HMPV कोरोना जैसा खतरनाक है? 🤔
विशेषज्ञों का मानना है कि HMPV फिलहाल एक सामान्य श्वसन वायरस है और यह कोविड-19 जितना घातक नहीं है।
- अधिकतर बच्चे 4-5 साल की उम्र तक इससे संक्रमित हो जाते हैं।
- हालांकि, सर्दियों में यह वायरस तेजी से फैल सकता है।
भारत सरकार की तैयारी 🏥
भारत सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं को सतर्क कर दिया है और WHO से लगातार अपडेट लिया जा रहा है।
निष्कर्ष
HMPV फिलहाल कोरोना जितना घातक नहीं है, लेकिन सावधानी बरतना जरूरी है। मास्क पहनें, हाथ धोएं, और भीड़भाड़ से बचें। सरकार की सतर्कता और आपकी जागरूकता ही इस वायरस से बचाव का सबसे बड़ा उपाय है।