: FMCG कंपनियां बढ़ाएंगी प्रोडक्ट्स की कीमतें
नए साल में महंगाई के और अधिक बढ़ने की संभावना है, क्योंकि देश की प्रमुख एफएमसीजी कंपनियां उत्पादन लागत और सीमा शुल्क में बढ़ोतरी की वजह से अपने प्रोडक्ट्स की कीमतें बढ़ाने जा रही हैं। हिंदुस्तान यूनिलीवर, गोदरेज कंज्यूमर, डाबर, टाटा कंज्यूमर, पारले प्रोडक्ट्स, विप्रो कंज्यूमर, मैरिको, नेस्ले और अडानी विल्मर जैसी कंपनियों के उत्पाद महंगे होंगे।
: चाय पत्ती से लेकर साबुन तक में आएगी बढ़ोतरी
चाय पत्ती, तेल, साबुन, क्रीम जैसी रोज़मर्रा की चीजों की कीमतों में 5-20% तक की वृद्धि हो सकती है। 2023 में खाद्य तेल के आयात पर सीमा शुल्क 22% बढ़ा था और खाद्य वस्तुओं की लागत में 40% तक की बढ़ोतरी हुई थी। अब कंपनियां इन बढ़ी हुई लागत को ग्राहकों पर डालने के लिए कीमतें बढ़ाने जा रही हैं।
: पारले और अन्य कंपनियां भी इस लिस्ट में शामिल
पारले प्रोडक्ट्स के वाइस प्रेसिडेंट मयंक शाह ने पुष्टि की है कि वे अपनी उत्पादों की कीमतें बढ़ाएंगे। उनका कहना है कि यह बढ़ोतरी एक साल बाद लागू की जाएगी और इसके बावजूद मांग पर ज्यादा असर नहीं पड़ेगा। इसके साथ ही, पारले अपनी पैकेजिंग में भी नई कीमतों का प्रिंट कर तैयार है।
: डाबर और अन्य FMCG कंपनियों के कदम
हिंदुस्तान यूनिलीवर ने साबुन और चाय की कीमतों में इजाफा किया है, जबकि डाबर ने हेल्थकेयर और ओरल केयर उत्पादों की कीमतें बढ़ाई हैं। नेस्ले ने अपने कॉफी प्रोडक्ट्स की कीमतें बढ़ाई हैं। डाबर के CFO अंकुश जैन का कहना है कि उन्होंने अधिक उपयोग होने वाली वस्तुओं की कीमतें बढ़ाई हैं ताकि उपभोक्ताओं पर ज्यादा प्रभाव न पड़े।
: महंगाई से जूझते हुए हमें कैसे तैयारी करनी चाहिए?
महंगाई की इस लहर से निपटने के लिए हमें अपने खर्चों को फिर से व्यवस्थित करने की आवश्यकता है। यह समय है जब हमें अपनी जरूरतों को प्राथमिकता देते हुए बचत को बढ़ाने की दिशा में काम करना चाहिए। यह मुश्किल समय है, लेकिन यकीन रखें कि हम सब मिलकर इसे पार कर सकते हैं। हमारे पास विकल्प हैं, और हमें अपने जीवन में बदलाव लाने की ताकत है।
: प्रेरणा की बात: मुश्किलें आ सकती हैं, लेकिन हम मजबूत हैं
महंगाई की बढ़ती दर को हम केवल चुनौती के रूप में देख सकते हैं, जो हमें और भी मजबूती से आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती है। इस समय, हमें अपने फैसलों को और भी समझदारी से लेने की जरूरत है, ताकि हम आने वाले दिनों में बेहतर तरीके से वित्तीय सुरक्षा सुनिश्चित कर सकें।