राजस्थान CET के लिए कट ऑफ अंक क्या हैं?
राजस्थान समान पात्रता परीक्षा (CET) में अभ्यर्थियों के लिए पासिंग मार्क्स को लेकर महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं। इस पोस्ट में हम आपको राजस्थान सीईटी के लिए न्यूनतम पासिंग मार्क्स के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे।
राजस्थान सीईटी पासिंग मार्क्स: सामान्य श्रेणी और अन्य श्रेणियों के लिए
राजस्थान सीईटी में अंकों के आधार पर उम्मीदवारों को पास किया जाएगा। विभिन्न श्रेणियों के लिए पासिंग मार्क्स की अलग-अलग सीमा निर्धारित की गई है।
सामान्य और ओबीसी वर्ग के लिए पासिंग मार्क्स
सामान्य और अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) के उम्मीदवारों के लिए सीईटी पास करने के लिए न्यूनतम 120 अंक (40%) प्राप्त करना आवश्यक है। इसके आधार पर, ये उम्मीदवार आगे की भर्ती प्रक्रियाओं के लिए योग्य माने जाएंगे।
अनुसूचित जाति (SC) और अनुसूचित जनजाति (ST) के लिए न्यूनतम अंक
अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के उम्मीदवारों के लिए पासिंग मार्क्स 105 अंक (35%) रखे गए हैं। इस श्रेणी के उम्मीदवारों के लिए यह अंकों की सीमा निश्चित की गई है ताकि वे भी आगामी भर्तियों के लिए पात्र हो सकें।
राजस्थान सीईटी में दिव्यांग (Handicapped) अभ्यर्थियों के लिए भी न्यूनतम पासिंग मार्क्स निर्धारित किए गए हैं। राज्य सरकार द्वारा लागू किए गए इस नियम के अनुसार, दिव्यांग श्रेणी के उम्मीदवारों के लिए कम से कम 35% अंक यानी लगभग 105 अंक लाना अनिवार्य है।
राजस्थान सीईटी परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण बदलाव
15 गुना का नियम समाप्त
पहले राजस्थान सीईटी में 15 गुना का नियम लागू था, जिससे बहुत कम उम्मीदवारों को मौका मिलता था। अब, न्यूनतम पासिंग मार्क्स के नियम को लागू किया गया है ताकि अधिक संख्या में उम्मीदवारों को भाग लेने का अवसर मिले।
अधिक पारदर्शी चयन प्रक्रिया
नए नियमों के तहत, न्यूनतम अंक तय करने से चयन प्रक्रिया पारदर्शी और निष्पक्ष बन जाएगी। अब केवल योग्य उम्मीदवार ही आगे की चयन प्रक्रिया में शामिल हो पाएंगे।
राजस्थान सीईटी परीक्षा में भाग लेने के फायदे
उम्मीदवारों के लिए बेहतर अवसर
सीईटी के तहत अधिक उम्मीदवारों को मौका मिलेगा, जिससे प्रतियोगिता बढ़ेगी और चयन प्रक्रिया में गुणवत्ता का सुधार होगा।
चयन में पारदर्शिता
न्यूनतम अंकों का नियम सभी उम्मीदवारों के लिए समान अवसर प्रदान करेगा, जिससे चयन प्रक्रिया और अधिक पारदर्शी होगी।
निष्कर्ष
राजस्थान सीईटी के न्यूनतम पासिंग मार्क्स के नियमों से उम्मीदवारों के लिए बेहतर अवसर पैदा होंगे। सभी अभ्यर्थियों को अपनी श्रेणी के अनुसार आवश्यक अंक प्राप्त करने होंगे, ताकि वे आगामी भर्तियों में भाग ले सकें।