मौत जैसा कोई हसीन नहीं है
“मौत जैसा कोई हसीन नहीं है” यह कविता मौत को एक अजीब तरह से रोमांटिक और सुकून देने वाले रूप में प्रस्तुत करती है। यह कविता मौत को जीवन के संघर्षों और पीड़ाओं से मुक्ति का एक माध्यम मानती है।
मौत जैसा कोई हसीन नहीं है,
ज़िंदगी के इस सफर में, वो आखिरी शबनम है।
हर दर्द, हर तकलीफ, उससे ही तो सुकून पाती है,
मौत के आगोश में, रूह चैन से सो जाती है।
जीवन की राहें कभी काँटों भरी होती हैं,
मौत का वो पल, जैसे राहत की बौछार होती है।
हर साँस का बोज़, हल्का कर देती है,
मौत की ठंडी छाँव, दिल को सुकून से भर देती है।
कभी अंजान डर, तो कभी अपना ही साया,
मौत की इस हकीकत में, सबने कुछ न कुछ पाया।
पर उसकी हसीनियत, उन आँखों को नजर आती है,
जो दर्द में डूबकर, उसकी राहत को महसूस कर जाती है।
मौत जैसा कोई हसीन नहीं है,
हर ज़ख्म को वो मरहम सा लगता है।
जीवन की थकान, उसकी गोद में मिट जाती है,
मौत की मिठास, रूह को सुकून दिला जाती है।
कविता का भाव:
- मौत एक मुक्ति है: कविता में मौत को जीवन के सारे दुखों और तकलीफों से मुक्ति का प्रतीक बताया गया है। जीवन की राहें कितनी ही काँटों भरी क्यों न हों, मौत का आगमन इन सबका अंत कर देता है।
- मौत एक शांति है: कविता के अनुसार, मौत के आगोश में रूह को चैन मिलता है और जीवन की थकान मिट जाती है।
- मौत एक सुंदरता है: कविता में मौत को शबनम की तरह हसीन बताया गया है। यह उन लोगों के लिए सुंदर लगती है जो जीवन के दुखों से तंग आ चुके हैं।
कविता का विश्लेषण:
यह कविता मौत के बारे में हमारे पारंपरिक विचारों को चुनौती देती है। यह हमें मौत को एक अलग नज़रिए से देखने के लिए प्रेरित करती है।
- दार्शनिक दृष्टिकोण: यह कविता मौत के बारे में दार्शनिक प्रश्न उठाती है। क्या मौत जीवन का अंत है या एक नई शुरुआत? क्या मौत में कोई सुंदरता है?
- व्यक्तिगत अनुभव: यह कविता उन लोगों के लिए सहारा हो सकती है जो किसी प्रियजन को खो चुके हैं या जो मौत से डरते हैं। यह कविता उन्हें मौत को एक शांति और सुकून के रूप में देखने के लिए प्रेरित कर सकती है।
- साहित्यिक मूल्य: यह कविता अपनी भावुकता और अद्वितीय दृष्टिकोण के कारण साहित्यिक रूप से समृद्ध है।
निष्कर्ष:
यह कविता मौत के बारे में एक गहरा और विचारोत्तेजक विचार प्रस्तुत करती है। यह हमें मौत के बारे में अपने विचारों को चुनौती देने और जीवन और मृत्यु के संबंध पर पुनर्विचार करने के लिए प्रेरित करती है।
आप मौत के बारे में क्या सोचते हैं?
क्या आपने कभी मौत के बारे में डरा हुआ महसूस किया है?
क्या आपको लगता है कि मौत के बाद जीवन होता है?
आप इस कविता को किस तरह से समझते हैं?
मुझे आपके विचार जानने में खुशी होगी।
मुझे उम्मीद है कि यह ब्लॉग पोस्ट आपको पसंद आएगा।
धन्यवाद।
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thank u dear
Every thing is subject to death