खोया हुआ सफर
ज़िंदगी के इस सफर में,
हर कदम पर खो गया हूँ मैं,
हर एक मोड़ पर मुसाफिर था,
पर अब राहों से भी दूर हो गया हूँ मैं।
दिल में छुपाए थे जो सपने,
वो सारे टूट से गए,
कभी सोचा था साथ देंगे ये,
पर ये भी रूठ से गए।
यादों के हर पल में,
बस तेरा ही नाम आता है,
पर किस्मत के इस खेल में,
मुझे बस अंधेरा नसीब हो जाता है।
रात की तन्हाइयों में,
आंसुओं का साया होता है,
दिल के हर कोने में,
बस तेरा ही चेहरा होता है।
कभी सोचा था साथ चलेंगे,
साथ हंसेंगे, साथ रोएंगे,
पर अब ये ख्याल भी टूटा है,
और मैं अकेले ही इन राहों पर खोएंगे।
जिंदगी की इस अजनबी राह में,
तू बहुत दूर हो गया,
और मैं इन यादों के जंगल में,
कहीं खो गया हूँ, कहीं खो गया हूँ।
(Translation)
In this journey of life,
I’ve lost myself at every step,
I was a traveler at every turn,
But now I’ve strayed far from the paths.
The dreams hidden in my heart,
Have all shattered,
Once I thought they’d stay with me,
But even they have drifted away.
In every moment of memories,
Your name always appears,
But in this game of fate,
I am only destined for darkness.
In the loneliness of the night,
The shadow of tears lingers,
In every corner of my heart,
Only your face remains.
Once I thought we’d walk together,
Laugh together, cry together,
But now even that thought is broken,
And I am lost on these paths alone.
In this unfamiliar road of life,
You’ve gone so far away,
And I, in this jungle of memories,
Am lost somewhere, somewhere lost.
यह कविता एक ऐसे व्यक्ति की मनोदशा को बयां करती है जो जीवन के उतार-चढ़ाव से बेहद प्रभावित हुआ है। कविता में व्यक्त किए गए भावों को हम कुछ प्रमुख बिंदुओं के माध्यम से समझ सकते हैं:
- अकेलापन और खोयापन: कविता का केंद्रीय विषय है अकेलापन और खोयापन। कवि ने खुद को एक ऐसे यात्री के रूप में चित्रित किया है जो जीवन की राहों में खो गया है। उसे लगता है कि उसके सपने टूट गए हैं और उसके साथी भी उससे दूर हो गए हैं।
- बेबसी और निराशा: कविता में बेबसी और निराशा की गहरी भावना झलकती है। कवि किस्मत को दोष देते हुए महसूस करता है कि उसके जीवन में हमेशा अंधेरा ही रहा है।
- यादें और प्यार: कविता में यादें और प्यार का भी जिक्र है। कवि को अपने प्रियजन की यादें सताती रहती हैं और वह उनके साथ बिताए हुए पलों को याद करता है।
- अंतहीन तलाश: कवि लगातार किसी चीज की तलाश में है, लेकिन उसे कुछ नहीं मिल पा रहा है। वह जीवन की इस अजनबी राह में खो गया है।
कविता के प्रभाव:
यह कविता पाठक को गहराई से प्रभावित करती है क्योंकि इसमें व्यक्त की गई भावनाएं बहुत ही आम हैं। हम सभी कभी न कभी जीवन में ऐसे पल से गुजरते हैं जब हम अकेलापन, निराशा और खोयापन महसूस करते हैं। यह कविता हमें याद दिलाती है कि हम अकेले नहीं हैं और ये भावनाएं अस्थायी होती हैं।
आप इस कविता से क्या समझते हैं या उनके जीवन में कभी ऐसा पल आया है जब उन्होंने ऐसी ही भावनाओं का अनुभव किया हो।
Really and it is also reality of our life
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