माँ का प्यार तो दुनिया जानती है, पर उसकी पिटाई का भी अपना ही मजा है! ये वो पिटाई है जो डराती है, हँसाती है, और प्यार का एहसास दिलाती है।
❤️तो दोस्तों मां की प्यारी सी पिटाई पर एक छोटी सी कविता जो आपके सामने पेश कर रहे हैं❤️
माँ का प्यार दुनियाँ जानती है,
पर उसकी पिटाई भी कमाल होती है।
एक झाप से कमरे में तूफान आ जाता,
“ये क्या कर रहा है, निकल जा वहाँ से”
कभी चप्पल, कभी बेलन, हथियार बदलती,
पर प्यार से मारती है, ये बात न भूलती।
आँखों में गुस्सा, पर होंठों पे प्यार,
समझाती है डाँट के, ये उसका संसार।
पिटाई खत्म, फिर गले लगा लेती है,
“अगली बार ध्यान रखना” कह के हँसा देती है
तो माँ की पिटाई है, प्यार का तूफान,
जिसमें छुपा है, माँ का अपना ध्यान।
माँ का प्यार:
दुनिया जानती है माँ का प्यार, लेकिन क्या आप जानते हैं उसकी पिटाई का मज्जा? माँ की पिटाई, डर और प्यार का मिश्रण, जो बचपन की यादों को बनाता है अनमोल।
तूफानी एंट्री:
एक झाप से कमरे में तूफान आ जाता है, माँ की आवाज गड़गड़ाहट जैसी, “ये क्या कर रहा है, निकल जा वहाँ से!” बच्चे के कान बज जाते हैं, दिल धड़कने लगता है।
हथियारों का खजाना:
कभी चप्पल, कभी बेलन, माँ के पास हथियारों का खजाना होता है। कभी प्यार से मारती है, कभी गुस्से से डांटती है।
गुस्से में भी प्यार:
आँखों में गुस्सा, होंठों पर प्यार, माँ की डांट में भी छुपा होता है प्यार। समझाती है डांट के, ये उसका संसार, बच्चे को सही राह दिखाना ही उसका काम है।
पिटाई के बाद प्यार:
पिटाई खत्म, आँसू पोंछे, माँ की गोद में सिर छिपा लेते हैं बच्चे। माँ प्यार से गले लगाती है, “अगली बार ध्यान रखना” कहकर हँसा देती है।
प्यार का तूफान:
तो माँ की पिटाई है प्यार का तूफान, जिसमें छुपा है माँ का अपना ध्यान। डर से ज्यादा प्यार है इसमें, बचपन की यादों का अनमोल खजाना है इसमें।
निष्कर्ष:
माँ की पिटाई, डर और प्यार का मिश्रण, जो बचपन की यादों को बनाता है हमेशा ताज़ा। हँसी-मजाक और प्यार से भरी ये यादें, दिल में रहती हैं हमेशा।
माँ तू है अनमोल रत्न,
जिंदगी की सबसे बड़ी दौलत,
तेरे जैसा कोई नहीं,
हर पल तेरा शुक्रिया।
❤️जिस किसी दोस्त को अगर बचपन में मां का प्यार और पिटाई याद आई हो प्लीज लाइक शेयर जरूर करें👌
Maa piyar ❤️❤️