स्थान: उम्मेद नगर गांव, मथानिया, जोधपुर, राजस्थान
उत्सव: केसरिया कंवर जी का मेला
समय:-लोक देवता केसरिया कंवर जी का मेला भाद्र पक्ष शुक्ल नवमी को लगता है
आयोजक:
- केंद्रीय हस्तशिल्प विकास बोर्ड
विशेषताएं:
केसरिया कंवर जी की पूजा: यह मेला लोक देवता केसरिया कंवर जी की पूजा के लिए आयोजित किया जाता है।
धार्मिक रीति-रिवाज: मेले में, भक्त देवी के दर्शन करते हैं, पूजा-अर्चना करते हैं और मन्नतें मांगते हैं। सांस्कृतिक कार्यक्रम: मेले में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है, जैसे कि भजन, लोक नृत्य, रासलीला, और नाटक कोडामार प्रतियोगिता
मेले में विभिन्न प्रकार के हस्तशिल्प जैसे कि लकड़ी का काम, धातु का काम, मिट्टी के बर्तन, कपड़े की कढ़ाई, और गहने आदि मिल सकते हैं।
झूले और खिलौने: मेले में बच्चों के लिए झूले और खिलौनों की दुकानें भी लगाई जाती हैं।
स्थानीय व्यंजन: मेले में राजस्थानी व्यंजनों के विभिन्न स्टॉल लगाए जाते हैं, जहाँ आप स्वादिष्ट भोजन का आनंद ले सकते हैं।
कैसे पहुंचें:
सड़क मार्ग: उम्मेद नगर गांव जोधपुर शहर से लगभग 30 किलोमीटर दूर स्थित है। आप बस या टैक्सी द्वारा आसानी से गांव तक पहुंच सकते हैं।
रेल मार्ग: जोधपुर रेलवे स्टेशन निकटतम रेलवे स्टेशन है, जो गांव से लगभग 35 किलोमीटर दूर स्थित है।
हवाई मार्ग: जोधपुर हवाई अड्डा निकटतम हवाई अड्डा है, जो गांव से लगभग 40 किलोमीटर दूर स्थित है।
निवास:
- मेले में: मेले में कुछ अस्थायी आवास व्यवस्था उपलब्ध है।
- आसपास के गांवों में: आप आसपास के गांवों में भी होटल या गेस्ट हाउस में रह सकते हैं
सुझाव:
- आरामदायक जूते पहनें: आपको मेले में घूमने के लिए काफी चलना होगा, इसलिए आरामदायक जूते पहनना सुनिश्चित करें।
- पानी की बोतल साथ रखें: राजस्थान में गर्मी का मौसम काफी गर्म होता है, इसलिए पानी की बोतल साथ रखना न भूलें।
- सौदेबाजी करें: मेले में दुकानों पर सौदेबाजी करने में संकोच न करें।
- स्थानीय संस्कृति का सम्मान करें: मेले में स्थानीय संस्कृति और परंपराओं का सम्मान करें।
- सनस्क्रीन लगाएं क्योंकि आपको धूप में रहना होगा
- कदी ले जाएं क्योंकि सभी स्टॉल कार्ड स्वीकार नहीं करते हैं।
मुझे उम्मीद है कि आपको यह जानकारी उपयोगी लगी होगी।
यह मेला उन लोगों के लिए एक शानदार अनुभव है जो राजस्थानी संस्कृति और परंपराओं का अनुभव करना चाहते हैं।
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