कमल हासन और शंकर का नाम आते ही उम्मीदें आसमान छूने लगती हैं. लेकिन, ‘इंडियन 2’ ने उन उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। यह एक ऐसी फिल्म है जिसके बारे में आप कह सकते हैं कि इसमें पैसा तो खूब लगा है, लेकिन दिमाग का इस्तेमाल कम हुआ है।
कहानी का सूनापन
फिल्म की कहानी में जान ही नहीं है। एक्शन के नाम पर एक से बढ़कर एक सीक्वेंस तो हैं, लेकिन इनका कहानी से कोई वास्ता नहीं। ऐसा लगता है जैसे शंकर को सिर्फ दिखावे से मतलब था, कहानी से नहीं।
कमल हासन का मेकओवर
कमल हासन का मेकओवर तो शानदार है, लेकिन उनके चेहरे पर एक ही एक्सप्रेशन देखकर थकान हो जाती है। एक दिग्गज कलाकार से इतनी उम्मीद नहीं थी।
एक्शन का ओवरडोज
फिल्म में एक्शन के नाम पर इतना कुछ हो रहा है कि आपको समझ ही नहीं आता कि क्या देख रहे हैं। विजुअल्स तो शानदार हैं, लेकिन इनका कोई मतलब नहीं है।
निराशाजनक अंत
फिल्म का अंत भी निराश करता है। ऐसा लगता है जैसे शंकर को खुद नहीं पता था कि फिल्म को कैसे खत्म करना है।
कुल मिलाकर, ‘इंडियन 2’ एक भव्य विफलता है। इसमें पैसा खूब लगा है, लेकिन दिमाग का इस्तेमाल कम हुआ है। कमल हासन जैसे कलाकार के साथ ऐसा करना शायद ही माफ किया जा सकता है।
क्या आपने इंडियन 2 देखी है? आपके विचार क्या हैं? कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।
क्या आपको यह रिव्यू पसंद आया?