रौतू का राज़ एक मर्डर मिस्ट्री थ्रिलर फिल्म है, जो सीधे ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज हुई है. फिल्म की खास बातें यहां हैं:
कहानी और निर्देशन:
ये फिल्म एक पहाड़ी गांव “रौतू” में सेट है, जहां 15 सालों से कोई हत्या नहीं हुई थी.
लेकिन कहानी में एक मोड़ तब आता है, जब स्कूल की वार्डन की हत्या हो जाती है.
मर्डर तो हो गया है, पर इंस्पेक्टर साहब (नवाज भाई) जांच को ले के इतने रिलैक्स हैं कि लगता है छुट्टियां मनाने आए हैं. पर ये सुस्ती ही इस फिल्म का असली मजा है. ऐसे ऐसे टाइमिंग्स और कन्फ्यूजन होते हैं कि हंसते-हंसते पेटदर्द हो जाएगा!
फिल्म में जांच धीमी गति से आगे बढ़ती है, लेकिन मजेदार किस्सों और कॉमेडी के तड़के के साथ दर्शकों को बांधे रखती है.
निर्देशक आनंद सुरापुर कहानी को कॉमेडी के तड़के के साथ पेश करते हैं, जो आपको बांधे रखता है.इंटरवल तक फिल्म हल्के-फुल्के अंदाज में चलती है, लेकिन बाद में कहानी में ट्विस्ट आते हैं और वो ज्यादा दिलचस्प हो जाती है.क्लाइमैक्स आपको चौंका सकता है.
हालांकि कुछ लोगों को ये धीमी रफ्तार पसंद ना आए.
अभिनय:
नवाज का सीरियस अंदाज़, पर साथ में है फनी सपोर्ट सिस्टम: नवाजुद्दीन सिद्दीकी हमेशा की तरह सीरियस अंदाज़ में हीरो बने हैं, पर उनके साथ में राजेश कुमार का किरदार है जो अपनी हरकतों से हंसी लाने में कोई कसर नहीं छोड़ता.
राजेश कुमार एसआई नरेश प्रभाकर के किरदार में कमाल के लगते हैं. उनके कॉमिक अंदाज से फिल्म में हंसी का तड़का लगता है और वह नवाज का बखूबी साथ देते हैं.
बाकी कलाकारों ने भी सहायक भूमिकाओं में अच्छा काम किया है.
कुल मिलाकर:
अगर आप धमाकेदार एक्शन और तेज रफ्तार वाली थ्रिलर पसंद नहीं करते हैं, तो “रौतू का राज” आपके लिए एक अच्छा विकल्प हो सकती है. ये एक हल्की-फुल्की मर्डर मिस्ट्री है, जिसमें बेहतरीन लोकेशन, कॉमेडी का तड़का और चौंकाने वाला क्लाइमैक्स है.
अंतिम फैसला: आप इस फिल्म को एक बार देख सकते हैं, खासकर नवाजुद्दीन सिद्दीकी और राजेश कुमार की एक्टिंग के लिए.