>ओसियन मंदिर, जिन्हें “राजस्थान का भुवनेश्वर” भी कहा जाता है,
>राजस्थान के थार रेगिस्तान के बीच स्थित ओसियां गांव में बना ओसिया माताजी का मंदिर एक हिंदू मंदिर है। माता सचिया की पूजा राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश और उत्तर भारत में रहने वाले कई समुदायों द्वारा की जाती है। इस मंदिर को 9वीं और 10वीं शताब्दी ईस्वी में बनाया गया था और यह अपनी जटिल नक्काशियों के लिए जाना जाता है।
>दंत कथाओं के अनुसार, माता सच्चियाय की मूर्ति लगभग 3000 साल पुरानी है और स्वयंभू (प्रकृतिक रूप से प्रकट हुई मानी जाती है। >इनका स्वरूप महिषासुरमर्दिनी जैसा है, यानी उन्होंने भैंसे के रूप में आने वाले राक्षस का वध किया था।इस मान्यता के अनुसार यह मंदिर हजारों साल पुराना माना जाता है।
जैन धर्म से संबंध
>एक जैन धर्म ग्रंथ के अनुसार, ओसिया का प्राचीन नाम उपकेशपुर था और वहां चामुंडा देवी का मंदिर हुआ करता था। >माना जाता है कि जैन आचार्य विजय रत्नाप्रभासुरी जी ने यहां आकर हिंसा पर रोक लगाई और चामुंडा देवी को ही सच्ची बात कहने वाली देवी यानी सच्चियाय माता के रूप में स्थापित किया।
>ओसवाल समुदाय माता सच्चियाय को अपनी कुलदेवी मानता है।
यात्रा के लिए सुझाव
>मंदिर में प्रवेश निःशुल्क है, लेकिन आप दान कर सकते हैं।
>मंदिर जाने के लिए पवित्र कपड़े पहने जाएं। >मंदिर जाने से पहले, यह सलाह दी जाती है कि आप आरामदायक कपड़े और जूते पहनें। >मंदिर में तस्वीरें लेने की अनुमति नहीं है।
>मंदिर के आसपास कई छोटी दुकानें हैं जहां आप पूजा की सामग्री और स्मृति चिन्ह खरीद सकते हैं।
>करे सांगरी एक स्वादिष्ट और पारंपरिक सूखी सब्जी है जो कि यहां के बाजार की मुख्य पहचान है
ओसिया माता मंदिर के आसपास घूमने के लिए स्थान (Places to Visit Around Osian Mata Temple)
>ओसिया माताजी मंदिर के अलावा, आप ओसिया में अन्य खूबसूरत मंदिरों और स्मारकों को भी देख सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:
>सचियाय मंदिर
>हरिहर मंदिर
>माता का थान
>देवगढ़
उम्मीद है कि ओसियन मंदिर की यात्रा आपके लिए सुखद अनुभव होगी! याद रखें, ओसियन के समृद्ध इतिहास और खूबसूरत वास्तुकला का पूरा आनंद लेने के लिए पर्याप्त समय निकालें।
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